हेलो दोस्तों आज मै क्रेडिट कार्ड की जानकारी आप के साथ
शेयर करूँगा की क्रेडिट कार्ड क्या होता है ?क्रेडिट कार्ड कैसे बनता है या क्रेडिट
कार्ड आप कैसे बनवाये ? ,क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार का होता
है ? ,क्रेडिट कार्ड के क्या फायदे होते है
? और क्रेडिट कार्ड से होने वाली हानि ?आदि के बारे मेंमै आपको बताऊंगा !यदि आपइन सब के बारे में जानना चाहते है तो
आप मेरा पोस्ट लास्ट (अंतिम ) तक जरूर पढ़े !
क्रेडिटकार्डक्याहोताहै ?
क्रेडिट कार्ड को जानने से पहले आपको पता होना चाहिए की
क्रेडिट क्या होता है ? दोस्तों क्रेडिट का मतलब उधार होता हैया क्रेडिट का मतलब यह भी कह सकते है की जैसे जब हम किसी
व्यक्ति से रुपये उधारया कर्ज लेते है तोहम जिस व्यक्ति से हम कर्ज लेते है उस व्यक्ति को दिये
गए धनराशि के साथ कुछ प्रतिशत ब्याज के रूप में कुछ एक्स्ट्रा रुपये देने पड़ते है |
इसी तरह हमारा क्रेडिट कार्ड भी होता
है उदहारण - अगर किसी व्यक्ति के पास क्रेडिट कार्ड है और वह व्यक्ति
शॉपिंग करने गया और उस वस्तु पसंदआ जाती है जिसकी कीमत उस व्यक्ति के खातेमें जमा राशि से अधिक की है तो वह व्यक्ति अपनी पसंद की
वस्तु को खरीदगा लेकिन बाद में उस व्यक्ति के खाते में जमा राशि से अतिरिक्त जो धनराशि
बैंक देती है उस धनराशि के साथ कुछ प्रतिशत ब्याज जोड़कर बैंक में जमा करना होता है
| क्रेडिट कार्ड की एक लिमिटधनराशि होती है इस धनराशि तक हम आवश्कता पड़ने पर उपयोग
कर सकते है !
क्रेडिटकार्डकैसेबनताहैयाक्रेडिटकार्डकैसेबनवाये ?
क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड करने वाले बैंको में ICICI BANK , BANK OF INDIA , STATE BANK OF INDIA , HDFC BANK ,KOTAK BANK ,AXIS BANK है ! इन बैंको के अलावा और भी बहुत सारे बैंक है जो अपने कस्टमर को क्रेडिट कार्ड
प्रदान करता है |
बैंक अपने कस्टमर के खाते मेंरेगुलर होने वाले लेन –देन के अलावा अगर कस्टमर के खाते में अच्छी अमाउंट है , और अगर कस्टमरके नाम से कोई डिफॉल्टर रिपोर्ट नहीं है तो अगर वह व्यक्ति क्रेडिट कार्ड
के लिए अप्लाई करता है तो बैंक उस कस्टमर को क्रेडिट कार्ड दे देता है |
क्रेडिट कार्ड बनने की एक निश्चित प्रकिया
होती है | क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन फॉर्म
में सारी जानकारीभरकर बैंक में जमा करना होता है | इस प्रकिया में अगर बैंक से आपको अप्रूवल
मिलता है तभी आपको क्रेडिट कार्ड दिया जायेगा |
और अगर बैंक के तरफ से नॉट एप्रूव्ड
होता है तो बैंक आपको क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड नहीं करेगी | बैंक अपने कस्टमर को क्रेडिट कार्ड
प्रोवाइड करते समय क्रेडिट कार्ड की लिमिट धनराशिभी तय करती है | इस लिमिट तक की धनराशि को ही कस्टमर उपयोग कर सकता है !
क्रेडिट कार्ड के प्रकार ?
आज कल बैंक अपने कस्टमर को अलग अलग प्रकार की या कई प्रकार
की क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड करती है जैसे - सिल्वर क्रेडिट कार्ड ,गोल्ड क्रेडिट कार्ड ,प्लैटिनम क्रेडिट कार्ड ,क्रेडिट कार्ड फॉर वुमन ,ऑटोफ्यूल क्रेडिट कार्ड ,यात्रा क्रेडिट कार्ड , IRCTC क्रेडिट कार्ड ,बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड ,टाइटेनियम क्रेडिट कार्ड , क्लासिक क्रेडिट कार्ड ,रिवार्ड्स क्रेडिट कार्ड आदि होता है
|
क्रेडिट कार्ड के फायदे
क्रेडिट कार्ड के बहुत से फायदे है क्युकि क्रेडिट कार्ड में हमें एक विशेष प्रकार की सुविधा मिलती है जिससे जरुरत पड़ने पर हम अपने बैंक अकाउंट में जमा राशि से अधिक रुपये का उपयोग कर सकते है और इस अधिक राशि को लिमिट टाइम में बैंक अकाउंट में जमा करना आवश्यक होता है अगर आप लिमिट समय में पैसे जमा नहीं करते है तो आप कुछ प्रतिशत ब्याज के साथ रुपये बैंक अकाउंट में जमा करना होता है ! क्रेडिट कार्ड के फायदे --
१.क्रेडिट कार्ड में हमें एक बेहतरीन सुविधा मिलती है जिससे
अगर किसी व्यक्ति को कोई वस्तु पसंद आ जाती है तो वह व्यक्ति क्रेडिट कार्ड में EMI का ऑप्शन भी चुन सकते है !
२. क्रेडिट कार्ड से एटीएम मशीन से भी पैसे निकाल सकते है
!
३. अगर आप के पास क्रेडिट कार्ड है तो आप बिना कैश के भी यात्रा ,शॉपिंग, बिल का भुकतान आदि कर सकते है !इससे कैश लेस को बढ़ावा को मिल रहा है !
४.अगर आपने क्रेडिट कार्ड से लिमिट रुपये का उपयोग कर लिया
है और आप इस रुपये को तय सीमा में बैंक अकाउंट में जमा करते है तो आपको कोई ब्याज नहीं
देना पड़ता है !
५.बहुत से क्रेडिट कार्ड आपको हर एक खरीद पर रिवॉर्ड पॉइंट
ऑफर करता है जिन्हे आप गिफ्ट या डिस्काउंट के लिए रिडीम कर सकते है !
६. क्रेडिट कार्ड होने से बैंक से मिलने वाली कूपन कोड कैश
बैक ऑफर मिलता रहता है जिस से आपके काफी पैसो की बचत हो जाती है !
७. महीने के अंत में सभी खर्चे के डिटेल स्टेटमेंट मिलती रहती
है जिससे आपको अपना बजट बनाने में मदद मिलती है !
क्रेडिट कार्ड के नुकसान या
हानि
क्रेडिट कार्ड जितना फायदे मंद होता है उतनी ही यह हानि
कारक या नुक़सानदायक भी है जैसे ---
१.जब आप क्रेडिट कार्ड लेते है तो टैक्स देना पड़ता है और
कई तरह 'की फीस जैसे – लेट पेमेंट फीस , रिन्यूअल फीस , और प्रोसेसिंग फीस आदि इससे आपके खर्च का बजट बढ़ जाता है
!
२.अगर आप एक निश्चित समय के अंदर बकाया रुपये जमा नहीं करते
है तो आपको ज्यादा ब्याज के साथ रुपये बैंक अकाउंट में जमा करना होता है |
३.क्रेडिट कार्ड के खो जाने से आपके कार्ड का मिस यूज़ होने
खतरा बना रहता है\
Social Plugin